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{{ParUG|112}} जब मूअर कहते हैं कि वे इन सब बातों को ''जानते'' हैं तो क्या वे भी यही बात नहीं कहते? — किन्तु उनके इन बातों को जानने के बारे में क्या कोई शंका है या फिर इनमें से कुछ प्रतिज्ञप्तियों को हमारे द्वारा संशय-रहित मानने में कोई दुविधा है? | {{ParUG|112}} जब मूअर कहते हैं कि वे इन सब बातों को ''जानते'' हैं तो क्या वे भी यही बात नहीं कहते? — किन्तु उनके इन बातों को जानने के बारे में क्या कोई शंका है या फिर इनमें से कुछ प्रतिज्ञप्तियों को हमारे द्वारा संशय-रहित मानने में कोई दुविधा है? | ||
{{ParUG|113}} कोई हमें गणित यह कहकर नहीं सिखाता कि वह जानता है कि क + ख = ख + | {{ParUG|113}} कोई हमें गणित यह कहकर नहीं सिखाता कि वह जानता है कि '''क + ख = ख + क'''। | ||
{{ParUG|114}} यदि आप किसी तथ्य के बारे में आश्वस्त नहीं हैं तो आप अपने शब्दों के अर्थ के बारे में भी आश्वस्त नहीं हो सकते। | {{ParUG|114}} यदि आप किसी तथ्य के बारे में आश्वस्त नहीं हैं तो आप अपने शब्दों के अर्थ के बारे में भी आश्वस्त नहीं हो सकते। |